वक्त के चेहरे पर
फेकी हुयी रंगीन स्याही सी ,
7गुणा 7 नाप की
चाँद की तस्वीर ,
तुम्हारे दिल के फ्रेम में
ऐसी फिट है
जिसमे कम या ज्यादा की
कोई गुंजाईश नहीं .......
मगर अफ़सोस -
उन रंगों को
देख पाना तुम्हारे लिए
मुमकिन नहीं -
क्योकि -
तुम्हारी नजरें
सिर्फ श्वेत श्याम ही ,
देख पाती हैं...................... !!!!!!!
प्रियंका राठौर