ख़ामोशी की सूनी चादर में ,
शब्दों का मिलना -
तेरा होना ही तो है .....
अंगडाई लेती धूप में ,
फूलों का खिलना -
तेरा होना ही तो है .....
हवा की ठंडक का कानों में
आकर कुछ कह जाना -
तेरा होना ही तो है .....
बहते जल में
लहरों का आलिंगन -
तेरा होना ही तो है .....
और क्या कह दूँ -
छूटती हुयी जिन्दगी में ,
उम्मीद का वजूद -
तेरा होना ही तो है ......!!!!!!!
प्रियंका राठौर
मेरा होना....
ReplyDeleteतेरा होना ही तो है....
बहुत सुन्दर प्रियंका..
अनु
बहुत सुन्दर रचना प्रियंका जी |
ReplyDeleteख़ामोशी की सूनी चादर में ,
ReplyDeleteशब्दों का मिलना -
तेरा होना ही तो है .....
too gud
http://vyakhyaa.blogspot.in/2012/10/blog-post_17.html
ReplyDeleteतू ही तू है सब जगह.....बहुत सुन्दर ।
ReplyDeleteछूटती हुयी जिन्दगी में ,
ReplyDeleteउम्मीद का वजूद -
तेरा होना ही तो है ......!!!!!!!
वाह ... बहुत खूब
वाह बहुत सुन्दर भावो का समावेश्।
ReplyDeleteबढ़िया |
ReplyDeleteशुभकामनायें ||
सुन्दर भावप्रणव प्रस्तुति!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर, प्यारी रचना...
ReplyDeleteमनभावन....
:-)
ख़ामोशी की सूनी चादर में ,
ReplyDeleteशब्दों का मिलना -
तेरा होना ही तो है .....दिल को छू हर एक पंक्ति....
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 18-10 -2012 को यहाँ भी है
ReplyDelete.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....
मलाला तुम इतनी मासूम लगीं मुझे कि तुम्हारे भीतर बुद्ध दिखते हैं ....। .
बहुत प्यारे भाव
ReplyDeleteबहुत ही बेहतरीन रचना!
ReplyDeleteमेरी नयी पोस्ट पर आपका स्वागत है!
http://raaz-o-niyaaz.blogspot.in/2012/10/blog-post.html
जित देखूँ तित तू !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteट्रेन की वर्तमान स्थिति का पता करे
पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब
ReplyDeleteबेह्तरीन अभिव्यक्ति .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.
छूटती हुयी जिन्दगी में ,
ReplyDeleteउम्मीद का वजूद -
तेरा होना ही तो है .
heart touching lines with emotions and feelings.
आप सभी का बहुत बहुत धन्यबाद .... आभार
ReplyDeletebahut khoobsurat priyanka!! :)
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteTech Prévue · तकनीक दृष्टा
bahut sundar
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