Thursday, September 16, 2010

तेरी ख़ामोशी




तेरी ख़ामोशी -
इस पलछिन में .......
भीगी बूंदों की तरह
कुछ बयाँ  कर जाती है !!

तेरी ख़ामोशी -
गीले से अहसास में
रात की चांदनी की तरह
सिहरन पैदा कर जाती है !!

तेरी ख़ामोशी -
चुभते हुए शूल  संग
फूलों की खुशबु की तरह
दर्द ही दे जाती है !!

तेरी ख़ामोशी -
इस पलछिन में ...........



प्रियंका राठौर

6 comments:

  1. कल 28/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  2. बहुत खूब

    http://www.poeticprakash.com/

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  3. बहुत कुछ कह गयी ये खामोशी ..सुन्दर प्रस्तुति

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  4. वाह ...बहुत ही बढि़या ।

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