तेरी ख़ामोशी -
इस पलछिन में .......
भीगी बूंदों की तरह
कुछ बयाँ कर जाती है !!
तेरी ख़ामोशी -
गीले से अहसास में
रात की चांदनी की तरह
सिहरन पैदा कर जाती है !!
तेरी ख़ामोशी -
चुभते हुए शूल संग
फूलों की खुशबु की तरह
दर्द ही दे जाती है !!
तेरी ख़ामोशी -
इस पलछिन में ...........
प्रियंका राठौर
कल 28/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
बहुत खूब
ReplyDeletehttp://www.poeticprakash.com/
सुन्दर!
ReplyDeleteबहुत कुछ कह गयी ये खामोशी ..सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteवाह ...बहुत ही बढि़या ।
ReplyDeletevery good.....
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