चिर संघर्षरत मेरा जीवन ,
हर पल कुर्बानी मेरा जीवन !!
कभी हालात से ,
कभी खुद से ,
सामंजस्य स्थापित कर ,
चिर संतोषमय मेरा जीवन !!
फूलों को अंगार में ,
जीवन के व्यापार में ,
बदलते देख ,
चिर चिन्तनमग्न मेरा जीवन !!
शोडित की पुकार ,
क्रंदित का आर्तनाद ,
समाज का वीभत्स रूप ,
चिर समर्पणरत मेरा जीवन !
चिर संघर्षरत मेरा जीवन !!
कर्तव्यों के निर्वहन हेतु कुछ दिन के अवकाश की प्रार्थिनी हूँ .....
फिर मिलेंगे ....
अलविदा !!
प्रियंका राठौर
संघर्ष ही जीवन है!
ReplyDeleteआभार!
आशीष
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बैचलर पोहा!!!
bahut karuna se bhari sacchai hai isme jeevan jeena to bahut kathin hai aur marna aasan hai :)
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