'विचार प्रवाह'
Saturday, September 4, 2010
आशा
"स्वयं में समाहित उनकी आशा,
संघर्ष चिरन्तन संघर्ष,
असफलता का द्वार है तोड़ना,
परिश्रम अथक परिश्रम ,
स्वीकार है निर्लिप्त ध्येय भावना,
समर्पण सतत समर्पण,
हाँ --
स्वयं में समाहित उनकी आशा !! "
प्रियंका राठौर
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