तुम्हारा साथ देने को
पलों को थाम लिया है ....
कुछ बची हुयी तुम्हारी
अनकही बातें सुनने को
पलों को थाम लिया है ....
दिया है वक्त अब और तुम्हे
तुम्हारे सपनों को पूरा
करने की ख्वाहिश में
पलों को थाम लिया है ....
फिर कभी मिलेंगे हम
जीवन की सच्चाई को आत्मसात कर
इस अरमान को लिए दिल में
पलों को थाम लिया है ....
हाँ -
तुम्हारा साथ देने को
पलों को थाम लिया है ....!!!!!
प्रियंका राठौर
kya baat hai ... bahut khoobsurat ehsaas nazm ka .. !!
ReplyDeleteबस,यूँ ही थामे रखना पलों को भी और अपने यकीन को भी.
ReplyDeleteपल जब थम जाए तो ...
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत है यह एहसास
मोहब्ब्त में वक्त यूँ भी रुका रुका सा लगता है.........
ReplyDelete:-)
सुंदर भाव..
अनु
बहुत सुन्दर...
ReplyDeleteदिया है वक्त अब और तुम्हे
ReplyDeleteतुम्हारे सपनों को पूरा
करने की ख्वाहिश में
पलों को थाम लिया है ....
MAY BE when you love someone devotion and dedication come this way.
भावों से नाजुक शब्द......बेजोड़ भावाभियक्ति....
ReplyDeleteबहुत खूब भावपूर्ण अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति,..भावपूर्ण रचना,..
ReplyDeleteMY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: गजल.....
खूबसूर्ट एहसास ...सुंदर रचना
ReplyDeletesundar kavita
ReplyDeletebahut khoob
दिया है वक्त अब और तुम्हे
तुम्हारे सपनों को पूरा
करने की ख्वाहिश में
पलों को थाम लिया है
ye lines to shandar hain
Kuch Man me tham sa gaya , Kuch Pragya ne bhi thaam liya aur likhne ki tatparta di ki aap ki RACHNA , Rachnatmak hai....
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