Tuesday, March 15, 2011

हर आहट में....






हर आहट में तुमको खोजूं , 
हर चेहरे में तुमको देखूं ,
जाऊ तो जाऊ कहाँ तुम्हे छोडकर -
अब तो शिव भी मै तुममे ढूढू ,
समझ सको तो समझ लो मन की
कहीं बात न हो जाये बीते पल की ....
अब तो आलम ऐसा है की -
खुद में भी मै तुमको खोजूं ,
घर आँगन में तुमको ढूढू ,
मंदिर - मंदिर तुमको पूजू ,
आ सको तो आ जाओ अब
कहीं सांसे न हो जाये बीते पल की .....




प्रियंका राठौर

22 comments:

  1. खुद में भी मै तुमको खोजूं ,

    बहुत सुन्दर भाव ...अच्छी प्रस्तुति

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  2. हर आहट में तुमको खोजूं ,
    हर चेहरे में तुमको देखूं ,
    जाऊ तो जाऊ कहाँ तुम्हे छोडकर -
    अब तो शिव भी मै तुममे ढूढू ,

    बहुत ही गहरे भाव से युक्त आपकी ये सुंदर रचना।

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  3. har ahat me hum b aap ko dhundhe,
    apke pyar or didaar ko tarse,
    naino ko hai har pal apka intzar,
    din me ansuo se to raat me bhigi palko se dhundhe,
    har tasveer me ye sirf apko nihare,
    aarju hai to bas yahi ki har janam me aap hume hi chahe.. hume hi chahe..

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  4. बेहतरीन भाव प्रस्तुति....बधाई |

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  5. इसे ही कहते हैं ... मंजीठ राग.

    ....... इसी राग में रंग गयी थी मीराबाई.
    ....... इसी राग से रंजित है सूर तुलसी की कविताई.
    अब आपको भी उसी राह पर जाते देख देते हैं ... बधाई.

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  6. प्रियंका जी,
    इस कविता का तो जवाब नहीं !
    आपकी लेखनी दोनों को नमन !

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  7. ......... अच्छी कविता है बधाई !

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  8. वाह.....प्रियंका जी.....ये पोस्ट दर्शन का असर छोडती है.....बहुत सुन्दर....

    एक बात पूछना चाहता हूँ ये हाथों की तस्वीर और इससे पहले वाली भी आपकी है ?

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  9. @याज्ञनिक - भैया बहुत खूब ....keep writting... :-)

    @संजय जी , हेमा - बहुत बहुत धन्यवाद

    @अंसारी जी - ये तस्वीरें गूगल सर्च से ली गयी है ....आभार

    @ प्रतुल जी -मंजीठ राग की जानकारी के लिए शुक्रिया ....शायद जहाँ प्यार समर्पण बन जाता है , इन्सान खुद बा खुद मीरा ,सुर या तुलसी के करीब पहुच जाता है ...

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  10. सुन्दर प्रस्तुति

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  11. आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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  12. बहुत बढ़िया.

    आप को सपरिवार होली की हार्दिक शुभ कामनाएं.

    सादर

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  13. आपका होली के अवसर पर विशेष ध्यानाकर्षण हेतु.....
    ==========================
    देश को नेता लोग करते हैं प्यार बहुत?
    अथवा वे वाक़ई, हैं रंगे सियार बहुत?
    ===========================
    होली मुबारक़ हो। सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी

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  14. बहुत खूब! होली की हार्दिक शुभकामनायें !

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  15. आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं

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  16. होली की हार्दिक शुभकामनायें

    manish jaiswal
    Bilaspur
    chhattisgarh

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  17. प्रियंका राठौर जी
    रंग भरा स्नेह भरा अभिवादन !


    घर आंगन में तुमको ढूंढूं ,
    मंदिर - मंदिर तुमको पूजूं ,


    समर्पण भाव लिये' अच्छी प्रेम कविता है …
    हार्दिक बधाई !


    ♥ होली की शुभकामनाएं ! मंगलकामनाएं !♥

    होली ऐसी खेलिए , प्रेम का हो विस्तार !
    मरुथल मन में बह उठे शीतल जल की धार !!


    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  18. वाह ............अति सुन्दर

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  19. खूबसूरत है..

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  20. ऐसी आहट
    का स्वागत सब को
    निरंतर इंतज़ार रहता सबको

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  21. waah!!!!priyanka ji bhut sundar likhi dil ki baato ko aapne.....dil ko chu gai aapki rachana...badhai

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