खूब है रंग मेहँदी का
आज तेरे हाथों में
क्योकि - सजा है नाम
मेरे उनका
तेरे हाथों में .....
हैं दुआएं अब मेरी
साथ तेरे हर पल
क्योकि -
जुड़ गया है
नाम तेरा उनके नाम में .......
अब तो हर क्षण
तुम ही उनके साथ नजर आओगी
जीवन के हर डगर पर
उनकी अर्धागनी कहलाओगी
कहती हूँ कुछ शब्दों को तुमसे
सखी समझ कर रखना मान
अब तो सात फेरों के सातों वचन
ही हो तुम्हारे जीवन का आधार
बन जाये सिन्दूर ही अब
तुम्हारे जीवन का श्रंगार
हम साया होगी अब तुम उनकी
नम ना होने देना कभी आँखें उनकी
उनके घर आँगन का रखना ध्यान
उनकी आन है अब तुम्हारे हाथ ...........
खूब है रंग मेहँदी का
आज तेरे हाथों में .....
क्योकि जुड़ गया है
नाम तेरा अब उनके नाम में ................
प्रियंका राठौर
आपके इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा दिनांक 05-09-2011 को सोमवासरीय चर्चा मंच पर भी होगी। सूचनार्थ
ReplyDeleteखूब है रंग मेहँदी का
ReplyDeleteआज तेरे हाथों में .....
क्योकि जुड़ गया है
नाम तेरा अब उनके नाम में ................बहुत ही खुबसूरत भावो से रची रचना....
mehandi ka pratim saundary ...
ReplyDeletebahut hee sundar
ReplyDeleteअच्छी अभिव्यक्ति
ReplyDeleteअच्छी अभिव्यक्ति
ReplyDeletesaccha pyar aisa hi hota hai..shandar prastut..hardik badhayee ..mere blog per bhi apka swagat hai
ReplyDeleteबढ़िया अभिव्यक्ति....
ReplyDeleteसादर...
बहुत सुन्दर भाव ... अच्छी प्रस्तुति
ReplyDeleteबहुत ही बढि़या ।
ReplyDeleteभावभरी प्रस्तुती. हार्दिक स्वागत.....
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत रचना...
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